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नवंबर 15, 2016 की पोस्ट दिखाई जा रही हैं

प्रेम ने बदली मेघा श्रीराम की जिंदगी

मेघा श्रीराम कहती हैं कि मेरी संगीत में कतई रुचि नहीं थी। बचपन में मार खा-खा कर संगीत की शिक्षा ली। शनिवार का दिन आते ही मैं खौफ भर जाती थी , क्योंकि इस दिन मास्टरजी संगीत सिखाने के लिए आते थे। उस पर से हुआ ये कि 12 वीं कक्षा में मैं फेल हो गई। मैं पूरी तरह निरुत्साहित हो गई थी , तब दीदी को पढ़ाने एक लड़का आता था , उससे मुझे प्रेम हो गया और मेरी जिंदगी बदल गई। मोहब्बत के लिए बीएचचू में लिया दाखिला मैंने उस लड़के को पाने के लिए संगीत का सहारा लिया। संगीत सीखने के लिए बीएचयू , वाराणसी में दाखिला ले लिया। यहां भी मेरे मन में संगीत से ज्यादा प्रेम में था , क्योंकि मैं तो प्रेम के लिए ही यहां आई थी। इसके बाद धीरे-धीरे लोगों को सुना और संगीत में रुचि पैदा हुई और जेब खर्च के लिए स्टेज पर गाना शुरू किया। शिवाय में गाना अद्भुत अनुभव रहा जब मुंबई पहुंची तो शुरुआती दौर में नादिरा बब्बर से लेकर मकरंद देशपांडे तक के साथ थिएटर किया। 2011 में कोक स्टूडियो में गाने का मौका मिला। यह मेरी जिंदगी और करियर का अहम पड़ाव था। इसके बाद फिल्मों में भी गाने का मौका मिला। अजय देवगन की फि