मेघा श्रीराम कहती हैं कि मेरी संगीत में कतई रुचि नहीं थी। बचपन में मार खा-खा कर संगीत की शिक्षा ली। शनिवार का दिन आते ही मैं खौफ भर जाती थी , क्योंकि इस दिन मास्टरजी संगीत सिखाने के लिए आते थे। उस पर से हुआ ये कि 12 वीं कक्षा में मैं फेल हो गई। मैं पूरी तरह निरुत्साहित हो गई थी , तब दीदी को पढ़ाने एक लड़का आता था , उससे मुझे प्रेम हो गया और मेरी जिंदगी बदल गई। मोहब्बत के लिए बीएचचू में लिया दाखिला मैंने उस लड़के को पाने के लिए संगीत का सहारा लिया। संगीत सीखने के लिए बीएचयू , वाराणसी में दाखिला ले लिया। यहां भी मेरे मन में संगीत से ज्यादा प्रेम में था , क्योंकि मैं तो प्रेम के लिए ही यहां आई थी। इसके बाद धीरे-धीरे लोगों को सुना और संगीत में रुचि पैदा हुई और जेब खर्च के लिए स्टेज पर गाना शुरू किया। शिवाय में गाना अद्भुत अनुभव रहा जब मुंबई पहुंची तो शुरुआती दौर में नादिरा बब्बर से लेकर मकरंद देशपांडे तक के साथ थिएटर किया। 2011 में कोक स्टूडियो में गाने का मौका मिला। यह मेरी जिंदगी और करियर का अहम पड़ाव था। इसके बाद फिल्मों में भी गाने का मौका मिला। अजय देवगन की फि
ललित फुलारा पत्रकार और लेखक हैं. माखनलाल चतुर्वेदी राष्ट्रीय पत्रकारिता विश्वविद्यालय से जर्नलिज्म में एम.ए किया। दैनिक भास्कर , ज़ी न्यूज़ , राजस्थान पत्रिका, न्यूज़18 और अमर उजाला जैसे प्रतिष्ठित मीडिया संस्थानों में काम कर चुके हैं. वर्तमान में ज़ी मीडिया में चीफ-सब एडिटर हैं। विभिन्न पत्र-पत्रिकाओं में लेख, संस्मरण और कविताएं प्रकाशित हो चुकी हैं। 2022 में कैंपस-यूथ आधारित नॉवेल 'घासी: लाल कैंपस का भगवाधारी' प्रकाशित हुआ। उपन्यास को साहित्य आज तक ने शीर्ष दस किताबों में शामिल किया.