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हिलमणी का रेडियो

वॉइस कमांड के इस युग में हिलमणी होते तो बेटे का लाया रेडियो कभी नहीं तोड़ते। 'चुप जा रे' कहते ही रेडियो बंद हो जाता है और हिलमणी का गुस्सा शांत। मोहरी पर रखा हुआ रेडियो बड़ी देर से बज रहा था और गोठ में हुक्का फूंक रहे हिलमणी के कान देसी गानों से फटे जा रहे थे। घर ही नहीं, गांव में यह पहला नया रेडियो आया था। रेडियो सुबह- शाम खोई में लौंडों के साथ ही सैणियों की भी भीड़ जुट जाने वाली हुई। सबको गीत सुनने ठहरे। कई दिनों तक पहाड़ी गीत और भजन चले फिर देसी गानों की धुन बजने लगी। एक दिन बेटा बाली रेडियो बजाकर ऊपर गांव की तरफ चल दिया। घंटा हो गया रेडियो ने चुप होने का नाम ही नहीं लिया तो गोठ से तमतमाते हुए हिलमणी हुक्का उठाकर बाहर आए और पांच-छह बार 'चुप जा रे' बोला। हर दिन तो एक घंटे बाद बंद हो ही जाता था आज नहीं हो रहा क्या बात? यह सोचते हुए वह रेडियो के बगल में बैठकर हुक्का गुड़गुड़ाने लगे। हिलमणी ने फिर बोला 'या तो चुप हो जा या फिर पहाड़ी गाने सुना।' रेडियो ने उनकी एक नहीं सुनी और देसी गाने बजते रहे। बुड्ढे ने रेडियो की दो-तीन बार पीठ भी थपथपाई 'अरे च

लोक संस्कृति में रंग भरने वाला पहाड़ का चितेरा जिसकी पेंटिंग,कविता और गायन जीत रही दिल

भास्कर की पेंटिंग भास्कर भौर्याल बहुमुखी प्रतिभा के धनी हैं। उम्र सिर्फ 22 साल है। पर दृष्टिकोण और विचार इतना परिपक्व कि आप उनकी चित्रकारी में समाहित लोक संस्कृति और आंचलिक परिवेश को भावविभोर होकर निहारते रह जाएंगे। उनके चटक रंग बरबस ही अपनी दुनिया में खोई हुई आपकी एकाग्रता, को अपनी तरफ खींच लेंगे। वो जो अंकित कर रहे हैं, अपनी जड़ों की तरफ ले जाने की खुशी से आपको भर देगा। भास्कर के तैलीय चित्र हृदय की गहराई में जितने उतरते हैं, उनकी कुमाऊंनी में प्रकृति के सौंदर्यबोध वाली कविताएं उजाड़ मन में पहाड़ प्रेम को उतना ही ज्यादा भर देती हैं।  भास्कर की कई कविताएं/गीत मिल जाएंगे,  भास्कर की कई कविताएं/गीत मिल जाएंगे, जो अपनी बोली में धरती को ब्यौली (दुल्हन) की तरह संजाने की कामना से भरे हैं।  वो अब तक 200 से ज्यादा चित्र बना चुके हैं, जिनमें ग्रामीण परिवेश की बारीकियां, पहाड़ की संस्कृति में अहम भूमिका निभाने वाले वाद्य यंत्र, उत्तराखंड की संस्कृति के प्रतीक लोकनृ­त्य झोड़ा और चांचरी, एवं कुमाऊंनी, गढ़वाली और जौनसारी वेशभूषा.... आदि के विविध आयाम झलकते हैं। भास्कर कहते हैं, ‘मुझे चि