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फ़रवरी 23, 2019 की पोस्ट दिखाई जा रही हैं

क्या काल्पनिक पात्र हैं ईसा मसीह? क्या कहता है ईसाई और गैर-ईसाई लेखन...डॉक्यूमेंट्री के बहाने विमर्श

पश्चिमी मीडिया में इनदिनों एक डॉक्यूमेंट्री ने ईसा मसीह को लेकर बहस खड़ी कर दी है। 67 मिनट की यह डॉक्यूमेंट्री ईसा मसीह को ग्रीक अपोलोनियस बताती है। '' बाइबल कॉन्सप्रेसीज ' नाम की इस डॉक्यूमेंट्री में ईसा मसीह को काल्पनिक पात्र बताया गया है। एनिमेशन और स्टोक इमेजीज के जरिए डॉक्यूमेंट्री में नेरेटर सवाल पूछता है कि क्या ईसा मसीह वास्तविक थे ? क्या ईसा के चरित्र को गढ़ा गया था ? यह डॉक्यूमेंट्री 2016 में रिलीज हुई थी और अपने कंटेंट को लेकर विवादों में रही। कहां से हुई बहस की शुरुआत ? इस डॉक्यूमेंट्री को लेकर स्पुतनिक न्यूज वेबसाइट ने एक खबर लगाई जिसका शीर्षक था- '' ईसा मसीह यहूदी नहीं थे '' । इसके बाद इंडिपेंटेंड में इस पर एक लंबा लेख छपा। डॉक्यूमेंट्री का मानना है कि ऐतिहासिक व्यक्तित्व के तौर पर ईसा मसीह का कोई अस्तित्व नहीं है। न्यू टेस्टामेंट में उनका जो विवरण मिलता है वो वास्तव में अपोलोनियस के कारनामों से प्रभावित है और उनको ही ईसा मसीह के चरित्र में गढ़ा गया है। क्या अपोलोनियस ही थे ईसा मसीह ? डॉक्यूमेंट्री बताती है कि ग्रीक इतिहास मे