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अप्रैल 24, 2020 की पोस्ट दिखाई जा रही हैं

क्या कोरोना 'ग्रेड डिप्रेशन 1929' के हालत पैदा कर देगा? वेस्ट एशिया- US की अर्थव्यवस्था रही है चरमरा

डोनाल्ड ट्रंप ने अमेरिकियों की नौकरी बचाने के लिए इमिग्रेशन (अप्रवासन) पर अस्थायी रोक लगा दी है। दूसरे देशों के लोग अब अमेरिका में नौकरी के लिए नहीं जा पाएंगे। यह फैसला अमेरिकी कामगारों के हितों को ख्याल में रखते हुए लिया गया। अमेरिका नहीं चाहता कि कोरोना महामारी के बीच उसकी अर्थव्यवस्था इस कदर चरमराए कि 'ग्रेट डिप्रेशन 1929' जैसे हालत का सामना करना पड़े। जॉब कट और लेऑफ (स्थाई एवं अस्थाई तौर पर कर्मचारियों को हटाना) से बचने के लिए अमेरिका ने 60 दिनों के लिए ग्रीन कार्ड जारी करने या वैध स्थायी निवास की अनुमति देने की प्रक्रिया पर रोक लगा दी है। इसका विरोध और समर्थन दोनों हो रहा है। ट्रंप का कहना है कि बेरोजगारी बढ़ने के खतरे को भांपते हुए यह फैसला जरूरी था क्योंकि अगर ऐसा नहीं किया जाता तो बेरोजगारी का स्तर ग्रेड डिप्रेशन के दौरान वाला पहुंच जाता। कोरोना महामारी के साथ ही रोजगार का भी भय... यह सच है कि कोरोना महामारी के भय के बीच ही लोगों को अपने रोजगार का भय भी सताने लगा है। इस दौरान जिससे भी बात करो उसके जुबां पर नौकरी का ही डर चढ़ा रहता है। स्वभाविक भी है। क्यों